धर्मनिरपेक्ष व 138 करोड़ वाला भारत देश जो अपनी संस्कृति और इतिहास से जाना जाता है। जिसकी सुबह में मिठास और मिट्टी की महक को यहां के लोग अपने दिलों में बसा कर रखतें है।
देश की मिट्टी लोगों को यहां की संस्कृति व बोली का ज्ञान कराती रहती है, जिसे वह चाहकर भी अपने दिलों से नहीं निकाल सकतें। यहा कई ऐसे त्योहार मनाए जाते है जिसे सभी लोग मिलकर मनाते है, मानो जैसे चारों और खुशीयों का मेला सा लगा हो।
आज के समय के चलते लोग अपनी संस्कृति को कहीं न कहीं पीछे छोड़ते जा रहे है। खुद को अग्रिम करना गलत नहीं पर अपनी संस्कृति को पीछे छोड़ देना गलत है। लोग अपने देश को छोड़ बाहर के देशों में घुमने की रुचि ज्यादा लेते जा रहे है, और इस वजह से अपने आने वाली पीढ़ी यहा रुचि नही दिखा पाती।
इस देश में कश्मीर की धरती को रानी तो हिमालय को सरताज
कहा जाता है। यहां जितना सुकून वादियों में है उतना ही जमीनी क्षेत्र में है। यहां
के हर राज्य की अपनी एक खासियत है कोई बोली के लिए जाना जाता है, कोई अपने खान-पान
के लिए तो कोई अपने पहनावे के लिए जाना जाता है। भारत की एक खासबात ये है की यहां
लोग बड़े प्रेंम साथ रहते है। किसी में यहां धर्म को लेकर किसी तहर का बेर नहीं है
तभी इसे एक धर्मनिरपेक्ष देश कहां जाता है।
यहा की 4 दिशाऐं ईस्ट, वेस्ट, नार्थ और साउथ इन दिशाओं
में विभिन्न- विभिन्न तरह की बोली, खान-पान, पहनावा व मौसम देखने को मिलता है। 29
राज्यों से मिलकर बना ये देश अधिक लोकप्रिय है, इस की कुछ तो बात है तभी दूर देश
के लोग भी यहा घुमने आते है, और इसकी संस्कृति को अपनाते है। इन 29 राज्यों की
अपनी- अपनी विशेषताएं है जिनके लिए ये राज्य जाने जाते है। यू तो ये सभी राज्य बेहद
खुबसूरत है। लेकिन इन्मे कुछ राज्य ऐसे है जो लोगों को बहुत ही भाते है। जिनमें एक
देश की राजधानी दिल्ली, यूं तो दिल्ली को दिल वालों की कहा जाता है, और यहां के
लोग बेहद दिल दार व खुले मिजाज के है। इसी तरह उतराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान,
जम्मू-कश्मीर व गुजरात कई राज्य है जिनकी विशेषताऐं लोगों को लुभाती है।
खान-पान में भारत का स्वाद काफी अच्छा है, यहां के राज्य
व गली- गली में खानें का एक न एक ऐसी जगह दिख ही जाती है, जो उसे लोकप्रिय बना
देता है। यहां के मसालों में अलग ही स्वाद है, जो एक बार लोगों के मुहं लग जाऐ तो
बस लग ही जाऐ।
भारत को तराशना व अच्छे से इसको समझना हमारे लिए बहुत
जरुरी है। जिससे हम इस देश को अच्छे से घूम सके और इसकी अहमियत को भी समझ सके।
0 Comments